लेखनी कहानी -09-Aug-2024
एक ख्वाब सजा है आंखों में कोई मिल जाए अब एहसासों में
कब तक तन्हा कटती रहेगी जिंदगी कोई मिल जाए अब वफा के भावो में
घटते लम्हों के साथ अब तन्हाई को भी कम करने को
मिल जाए वो एक अधूरा एहसास मेरे जीवन के इस कोने को
कहने को वो ख्याल बन पर हकीकत का सवाल बन
मिल जाए कोई जवाब की तरह सवालों में फिर खो जाने को
मसला हल न हो एहसासों का पर टूट जाए हिम्मत बढ़ाने को
कोई मिल जाए इन राहों में बस एक आस दिलाने को
बनकर अवतार वो फिर से इस वीरान दिल के मोहल्ले में
लौट आए फिर एक बार लुटे हुए को दुबारा लूटने को ।।
Ajain_words
Arti khamborkar
21-Sep-2024 09:22 AM
v nice
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